Saturday, July 11, 2009

दिल और प्यार



दिल सिर्फ़ एक बार दिया जाता है,
प्यार सिर्फ़ एक बार किया जाता है,
न जाने ये कैसा रिश्ता है
इस दिल और प्यार के बीच में ,
दोनों एक साथ दिया जाता है ,
हमारी सनम को........

दिल जो कहता है ,
प्यार उसे मानता है,
प्यार ज्जिस्से होता है,
दिल उसे छुपाता है ,

इसे सुनकर कभी कभी,
हमारे मनन में एक ख्याल आता है की ,
दिल और प्यार कभी to कभी
प्रेमी थे ...............

कितना गहरा रिश्ता है
इस दिल और प्यार के बीच में,
उतना गहरा रिश्ता है,
तुम्हारे और हमारे बीच में,

तू है मेरा दिल और मैं हूँ तेरी प्यार ...........






1 comment:

  1. शानदार और जानदार भी...............बधाई

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