ನನ್ನ ಕವನ ಅವಳಿಗಾಗಿ....
ಮೌನದ ಹಾದಿಯಲ್ಲಿ ಭಾವನೆಗಳ ಪಯಣ ನನ್ನ ಈ ಕವನ....
Sunday, June 7, 2009
यादे
कबी पास आते है,
कबी दूर हो जाते है,
कबी हसाता है,
कबी रुलाता है,
कबी प्यार आता है,
कबी नफरत होता है,
जो भी हो, कैसे भी हो,
हमेशा तेरी मीटी यादे,
इस दिल की धड़कन बनकर
साथ साथ रह जाता
है,
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